कोरोना से 100 गुना ज्यादा खतरनाक है यह बीमारी , जानें कैसे रहें सुरक्षित

कोरोना से 100 गुना ज्यादा खतरनाक है यह बीमारी , जानें कैसे रहें सुरक्षित

विशेषज्ञों ने एच5एन1 (H5N1) बर्ड फ्लू की महामारी के खतरे की चेतावनी दी है, जिसमें इसके संक्रमण फैलाने की क्षमता पर प्रकाश डाला गया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के आंकड़ों के अनुसार अब तक 887 मामले सामने आए हैं, जिनमें मृत्यु दर काफी अधिक है. यूरोपीय खाद्य सुरक्षा प्राधिकरण (EFSA) पालतू जानवरों के जरिए इस फ्लू के फैलने को लेकर चिंता जताई है और लोगों से बचाव के लिए सावधानी बरतने का आग्रह किया है.

बर्ड फ्लू (Bird flu) उस वक्त गंभीर चिंता का विषय बन गया, जब टेक्सास के एक शख्स में डेयरी गायों से एच5एन1 (H5N1) वायरस का संक्रमण पाया गया. माना जा रहा है कि ये गायें खुद इस वायरस से संक्रमित थीं.

ब्रिटेन के अखबार डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, विशेषज्ञों का कहना है कि एच5एन1 बर्ड फ्लू (H5N1 bird flu) कोरोना महामारी से 100 गुना ज्यादा खतर हो सकता है और ये एक बड़ी महामारी का रूप ले सकता है.

बर्ड फ्लू (Bird flu) शोधकर्ता डॉ. सुरेश कुचिपुडी ने हाल ही में एक ब्रीफिंग के दौरान चेतावनी दी, "हम इस वायरस के महामारी का कारण बनने के खतरनाक रूप से करीब पहुंच रहे हैं." उन्होंने कहा कि एच5एन1 फ्लू इंसानों सहित कई तरह के स्तनधारियों को संक्रमित करने की क्षमता के कारण महामारी का रूप ले सकता है.

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, डॉ. कुचिपुडी ने ब्रीफिंग के दौरान कहा, "हम वास्तव में उस वायरस के बारे में बात नहीं कर रहे हैं जो अभी तक इंसानों में नहीं फैला है, बल्कि हम उस वायरस के बारे में बात कर रहे हैं जो दुनियाभर में मौजूद है, पहले से ही कई तरह के स्तनधारियों को संक्रमित कर चुका है और लगातार फैल रहा है. हमें अभी से ही इससे बचने के लिए तैयार रहना चाहिए."

टेक्सास के एक शख्स में डेयरी गायों से एच5एन1 वायरस का संक्रमण पाए जाने के बाद से बर्ड फ्लू (Bird flu) एक गंभीर चिंता का विषय बन गया है. माना जा रहा है कि ये गायें खुद इस वायरस से संक्रमित थीं.

यूरोपीय खाद्य सुरक्षा प्राधिकरण (EFSA) ने चेतावनी दी है कि अगर ये वायरस इंसानों में फैलने लगता है, तो ये बड़े पैमाने पर बर्ड फ्लू (H5N1 bird flu) महामारी का कारण बन सकता है, क्योंकि इंसानों में इस वायरस से लड़ने की क्षमता (इम्यूनिटी) नहीं होती है.

EFSA के अनुसार जंगली स्तनधारी जंगली पक्षियों, पालतू जानवरों और इंसानों के बीच इस बीमारी को फैलाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं. साथ ही, पालतू जानवर, जैसे कि घर में रहने वाली बिल्लियाँ जो बाहर भी निकलती हैं, इस फ्लू को फैलाने का जरिया बन सकती हैं.

एच5एन1 फ्लू, जिसे एवियन इन्फ्लूएंजा या बर्ड फ्लू के नाम से भी जाना जाता है

 

एच5एन1 फ्लू, (H5N1 bird flu) जिसे एवियन इन्फ्लूएंजा या बर्ड फ्लू के नाम से भी जाना जाता है, इन्फ्लूएंजा A वायरस का एक उपप्रकार है जो मुख्य रूप से पक्षियों को संक्रमित करता है. हालांकि यह आमतौर पर मुर्गियों और अन्य पक्षियों में फैलता है, लेकिन एच5एन1 इंसानों और अन्य स्तनधारियों को भी संक्रमित कर सकता है, जो सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए खतरा बन सकता है.

यह वायरस संक्रमित पक्षियों या उनकी बीट के सीधे संपर्क में आने से, साथ ही दूषित सतहों या वातावरण के माध्यम से फैलता है

H5N1 फ़्लू से सुरक्षित रहने के लिए, व्यक्तियों को यह करना चाहिए:
- बीमार या मृत पक्षियों और उनकी बीट के संपर्क से बचें।
- वायरस को मारने के लिए पोल्ट्री उत्पादों को अच्छी तरह से पकाएं।
- बार-बार साबुन और पानी से हाथ धोकर अच्छी हाथ स्वच्छता अपनाएँ।
- बीमार या मृत पक्षियों को संभालते समय व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण पहनें।
- बिना धोए हाथों से आंख, नाक और मुंह को छूने से बचें।
- खांसते या छींकते समय मुंह और नाक को ढककर उचित श्वसन स्वच्छता का पालन करें।
- H5N1 के प्रकोप के बारे में सूचित रहें और सार्वजनिक स्वास्थ्य अनुशंसाओं का पालन करें।

यदि H5N1 वायरस के संभावित संपर्क के बाद श्वसन संबंधी बीमारी के लक्षणों का अनुभव हो तो चिकित्सकीय सहायता लें।

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