आत्मा की इच्छाशक्ति बड़ी कोई शक्ति नहीं होती हैं
By - Bhilwara Halchal |9 Oct 2011 3:48 PM GMT
बिजौलियां(जगदीश सोनी)।नवम पट्टधर प्रज्ञा निधि समग्र चारित्र निर्माण के प्रणेता नानेशाचार्य श्री 1008 श्री विजयराज जी मा.सा. आदि ठाणा 5 का शुक्रवार को बिजौलियां कस्बे में मंगल प्रवेश हुआ।श्वेतांबर जैन समाज के श्रावक-श्राविका द्वारा जयकारों के साथ पूज्य गुरु भगवंतों का स्वागत किया गया। आसपास के क्षेत्रों से भी बड़ी संख्या में श्वेतांबर श्रावक श्राविका बिजौलियां पहुंचे। जहां आचार्यश्री द्वारा मंगल प्रवचन मंगलाचरण हुआ।आचार्य श्री ने प्रवचन में बताया कि मनुष्य को स्वयं की शक्ति पर विश्वास रखना चाहिए क्योंकि आत्मा की इच्छा शक्ति से बड़ी कोई शक्ति नहीं होती है
Next Story