कोरोना शादी में आए एक फूफा की तरह नाराज बैठा हुआ था। तो हम उसके पास गए उसके साक्षात्कार के लिए उसकी नाराजगी का कारण जानने के लिए।
हमारा प्रश्न था - कोरोना जी आप इतने नाराज क्यों दिखाई दे रहे हैं? आज तो देश में हर कोई आपका नाम जान रहा है इतने मशहूर होने के बाद क्या मलाल है आपको?
कोरोना- आप लोगों ने मेरा मजाक बना रखा है। कोई गंभीरता से मुझो लेता ही नहीं। बाजार में ऐसे घूम रहे हैं जैसे सैनेटाइजर पी लिया हो। अरे सर्दी -जुकाम से डरते हैं मुझासे नहीं। मौसमी बुखार जैसी औकात बना दी है मेरी।
जब मैं पड़ोस के देश में था तो बड़ी इज्जत थी मेरी। सब डर रहे थे मुझा से। यहां आया तो मैं कुछ नहीं, अरे! ये तो यही बात हो गई पड़ोस के बच्चे भागे किसी के साथ तो गुनाह, अपने भागे तो बचपना।
हमने कहा-अरे! कहां आप तो हर समाचार पत्र न्यूज चैनल पर आते हैं कितना सम्मान है आपका।
कोरोना- जब मैं अपने चरम पर था पूरा जोश में हर तरफ हाहाकार मचाया था। तब लोग दीपा जी और जिया जी की न्यूज सुन रहे थे। मेरा तो अस्तित्व ही नहीं था। खैर उन दोनों से मुझो कोई शिकायत नहीं फिल्मों में रह कर तो हर कोई लोकप्रिय होना चाहता है। लेकिन जनता ने मुझो तो चर्चा से ही हटा दिया।
जवाब दिया-अरे कोरोना जी! नाराज मत होइए आपको कैसे हटा सकते हैं चर्चा से, कितने ताकतवर हैं। मुश्किल से इलाज ढूंढ पाए आपका।
कोरोना- अरे क्या ताकतवर! शौचालय साफ करने के समान से, पेंट से, साबुन से, हर किसी से खत्म करने का दावा कर रहे हैं मुझो। और तो और आलू, पीने का जूस सबसे बोलते हंै मैं खत्म हो जाऊंगा। अरे दवाई से ज्यादा इन सब चीजों से डर लगता है। हर कोई आपदा में अवसर ढूंढ कर अपना सामान बेच रहा है। दवाई तो बाद में मारेगी, इन लोगों ने डरा रखा है मुझो।
अंतिम प्रश्न-ये तो बहुत बुरा हुआ कोरोना जी, अच्छा और क्या नाराजगी है आपकी?
कोरोना- तुम्हारे साथ जो किया मैंने किया, मेरे पापा ने तुम्हारा क्या बिगाड़ा था? क्यों उनका सामान खरीदना उनकी सारी चीजें बंद कर दीं। पूरी दुनियाँ में बदनाम कर रहे हो आप?
हमने अंत में कहा माफ कीजिए कोरोना जी आपका यहां अंतिम समय चल रहा है। हम कोशिश करेंगे कि आपकी सारी नाराजगी दूर हो इस बार। आपसे डरेंगे और कोशिश करेंगे कि आप दोबारा यहां लौट कर न आएं, खुशी-खुशी विदा लीजिए अब यहां से।