अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ दूसरी बार महाभियोग लाया गया है. उन्हें पद से हटाने के लिए सत्र की कार्यवाही जारी है और फिलहाल वोटिंग हो रही है. दरअसल इस महाभियोग प्रस्ताव में निर्वतमान राष्ट्रपति पर अपने कदमों के जरिए छह जनवरी को राजद्रोह के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया है. इसमें कहा गया है कि ट्रंप ने अपने समर्थकों को कैपिटल बिल्डिंग (संसद परिसर) की घेराबंदी के लिए तब उकसाया, जब वहां इलेक्टोरल कॉलेज के मतों की गिनती चल रही थी और लोगों के धावा बोलने की वजह से यह प्रक्रिया बाधित हुई.
इस घटना में एक पुलिस अधिकारी समेत पांच लोगों की मौत हो गई. इससे पहले प्रतिनिधि सभा की न्यायिक समिति के अध्यक्ष जेरोल्ड नैडलर ने ट्रंप के खिलाफ महाभियोग के लिए 50 पन्नों की एक रिपोर्ट जारी की, जिसमें महाभियोग चलाने के लिए मजबूत आधार पेश किए गए हैं.
मालूम हो 215 डेमोक्रेट्स सांसद और 5 रिपब्लिकन सांसदों ने ट्रंप के खिलाफ महाभियोग का समर्थन किया है. महाभियोग के लिए 218 मतों की जरूरत है.
ट्रंप के खिलाफ पहले भी लाया गया था महाभियोग
मालूम हो इससे पहले प्रतिनिधि सभा ने 18 दिसंबर, 2019 में ट्रंप के खिलाफ महाभियोग के आरोप को पारित किया था, लेकिन रिपब्लिकन पार्टी के नियंत्रण वाले सीनेट ने फरवरी 2020 में उन्हें आरोपों से बरी कर दिया था. उस दौरान आरोप लगाए गए थे कि ट्रंप ने यूक्रेन के राष्ट्रपति पर दबाव डाला कि वे बाइडन और उनके बेटे के खिलाफ भ्रष्टाचार के दावों की जांच करवाए.