नगर परि‍षद चुनाव : नहीं माने बागी, टडे रहने की ठानी

नगर परि‍षद चुनाव : नहीं माने बागी, टडे रहने की ठानी

भीलवाड़ा । शहरी सरकार के चुनाव में भाग्य आजमा कर नगर परिषद/पालिका के सदन तक पहुंचने के लिए जिले के 802 प्रत्याशी आतुर हैं। नगर परिषद व छह पालिकाओं के जिले में 235 वार्डों के चुनाव होने हैं। नगर परिषद में 70 वार्ड हैं। नाम वापसी के अंतिम दिन कई बड़े निर्दलियों ने ताल ठोके रखी। भाजपा-कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के प्रयास भी अधिकतर बागियों की बगावत को थाम नहीं सके। वे पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ दर्ज कराई उEमीदवारी को वापस लेने को नहीं माने। उन्होंने मैदान में डटे रहने की ठानी। अब जपा-कांग्रेस सहित निर्दलीय उम्‍मीदवारों ने अपने-अपने वार्डों में चुनाव प्रचार भी शुरू कर दिया है। अब बागियों को मनाकर रिटायर करवाने का अंतिम प्रयास और किए जाने की सूचना है। पार्टी नेताओं का
कहना है कि इसके बाद भी वे नहीं माने तो पार्टी स्तर पर अनुशासनात्मक कार्रवाई किए जाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। गौरतलब है कि भीलवाड़ा नगर परिषद, नगर पालिका गंगापुर, आसींद, गुलाबपुरा, शाहपुरा, जहाजपुर व मांडलगढ़ के 235 वार्डों के लिए मंगलवार को नाम निर्देशन पत्रों की जांच के उपरांत कुल 1004 प्रत्याशियोंभ् द्वारा दायर 1096 नामांकन वैध पाये गए थे। 1004 अभ्‍यर्थियों में से एक अभ्‍यर्थी गुलाबपुरा नगर पालिका के सदस्य पद के लिए पूर्व नगर पालिकाध्यक्ष धनराज गुर्जर निर्विरोध चुने गए। कुल 201 उम्‍मीदवारों ने अभ्‍यर्थिता वापस ली। इस प्रकार अब कुल 802 अभ्‍यर्थी मैदान में है, जिनके लिए 28 जनवरी को सुबह 8 से शाम 5 बजे तक मतदान होगा।
नगर परिषद के 70 सदस्यीय सदन में जाने के लिए सात वार्डों में भाजपा-कांग्रेस में आमने-सामने की टककर है। वार्ड नंबर 26, 39, 40, 42, 44, 54 तथा 66 में एक भी निर्दलीय मैदान में नहीं हैं।
भीलवाड़ा के 23 वार्डों में त्रिकोणीय मुकाबले के आसार हैं, क्‍योंकि इन वार्डों में कांग्रेस, भाजपा के साथ तीसरा उम्‍मीदवार निर्दलीय भी मैदान में है। ये वार्ड 2, 3, 8, 10, 11, 17, 28, 29, 31, 32, 33,
34, 36, 37, 41, 50, 56, 58, 60, 63, 64, 65, 70 हैं।
भाजपा द्वारा सभी प्रयास करने के बावजूद अभी भी डेढ़ दर्जन कार्यकर्ता ऐसे हैं, जो बगावत का बिगुल बजाए हुए हैं। वे किसी भी सूरत में मैदान छोडऩे को तैयार नहीं। यदि पार्टी इन्हें मतदान से दो-तीन दिन पहले तक नहीं मना पाई तो इनकी बगावत भारी पड़ सकते हैं। ऐसे भाजपा के बागियों में महिला मोर्चा की पूर्व जिलाध्यक्ष रेखा पुरी गोस्वामी, पूर्व पार्षद राजेंद्र पोरवाल, जयनारायण जोशी, नारायण जाट, सुशीला
जैन, पूर्व शहर महामंत्री कैलाश मूंदड़ा, राकेश मानसिंहका, नरेंद्र तिवाड़ी, सोनम सबनानी शामिल हैं।
कांग्रेस में भी बागियों की कमी नहीं है। कांग्रेस में भैरूलाल, फारुख अहमद मंसूरी, नंदकिशोर, संजय जैन, राजकुमारी चौधरी, मोहसिन अली, बाबूलाल पंडित, आजाद मोहमद, राजकुमार घावरी,मंजूदेवी माली, जाकिर हुसैन, राधेश्याम गुर्जर, नानूराम ने पार्टी के खिलाफ ताल ठोक रखी है। इन डेढ़ दर्जन बागियों की बगावत से कांग्रेस भी जूझ रही है। इसके पीछे पार्टी की गुटबाजी भी वजह मानी जा रही।

Read MoreRead Less
Next Story