खतरे की हो गई शुरुआत, सम्भल जाए हम-आप

खतरे की हो गई शुरुआत, सम्भल जाए हम-आप



निलेश कांठेड़

भीलवाड़ा। अब तक जो खतरा मुम्बई-पूना में महसूस हो रहा था, उस खतरे की शुरुआत हमारे क्षेत्र में भी हो चुकी है। भीलवाड़ा सहित मेवाड़ के 7 जिलों के संक्रमित के जो आंकड़े आज आये वो बता रहे है कि सम्भल जाए हम-आप ओर कोरोना वायरस के खतरे को अब हल्के में लेने की भूल।तनिक नही करे। स्वास्थ्य विभाग ने मेवाड़ में माने जाने वाले 7 जिलों के बुधवार को जो आंकड़े जारी किए उनमें संक्रमितों की संख्या 994 बताई गई है। इनमें सर्वाधिक पॉजिटीव केस 410 उदयपुर एवं 185 भीलवाड़ा जिले में है। इनके बाद डूंगरपुर में 139, राजसमन्द में 108, चित्तौड़गढ़ में 90 एव बांसवाड़ा में 56 पॉजिटीव केस मिले है। सबसे कम पॉजिटीव केस 6 प्रतापगढ़ जिले में मिले है। मेवाड़ क्षेत्र में पहली बार एक दिन में इतनी बड़ी संख्या में पॉजिटीव केस मिलने से सम्बंधित जिलों के प्रशासन की चिंता बढ़ गई है।
भीलवाड़ा में मंगलवार को 97 केस मिलने के बाद बुधवार को तेजी से संख्या बढ़ी ओर 185 पॉजिटीव मिले। डिप्टी सीएमएचओ एवं एआरटी प्रभारी डॉ धनश्याम चावला के अनुसार 185 पॉजिटीव केस 2050 सेम्पल की जांच मैं आये। भीलवाड़ा शहरी क्षेत्र में 95 केस मिले, जिनमे सर्वाधिक 21 बापूनगर एव 14 काशीपुरी डिस्पेंसरी क्षेत्र में मिले। ग्रामीण क्षेत्र में सर्वाधिक 13 गुलाबपुरा एव 11 पॉजिटीव केस माण्डल क्षेत्र में मिले।
पॉजिटीव केस एकदम बढ़ने से आशंका जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में ऐसे जिलों में कोरोना से बचाव के लिए सख्ती ओर बढ़ाई जा सकती है।

*चुनाव क्षेत्रो में भी फैल रहा कोरोना संक्रमण*

राजस्थान में 17 अप्रैल को जिन 3 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव होना है उनमें से 2 राजसमन्द ओर भीलवाड़ा जिले का सहाड़ा मेवाड़ क्षेत्र में है। इन चुनाव क्षेत्रो में भी कोरोना पॉजिटीव बढ़ रहे है हालांकि इसके बावजूद वोटों की चाह में राजनीतिक दल और उनके प्रत्याशी भीड़ जुटाने का मोह नही छोड़ पा रहे हैं। राजसमन्द जिले में बुधवार को 108 केस मिले तो सहाड़ा क्षेत्र में सहाड़ा में 10 ओर रायपुर में 9 पॉजिटीव केस मिले।

*वेक्सिनेशन ही अभी रास्ता*

तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के बीच फिलहाल वेक्सिनेशन ही एकमात्र उम्मीद है। ऐसे में सरकारी तंत्र ओर डॉक्टर 45 वर्ष से ज्यादा वाले सभी लोगो के वेक्सिनेशन का कार्य जल्द से जल्द पूर्ण करने पर जोर दे रहे है। कुछ जगह वेक्सिनेशन की दोनों डोज लेने वालों के भी पॉजिटीव आने के बावजूद डॉक्टरों का जोर है कि वेक्सिनेशन से शरीर की प्रतिरोघक क्षमता बढ़ने से यदि कोरोना संक्रमित हो भी जाते है तो मारकता अपेक्षाकृत कम रहेगी।

Read MoreRead Less
Next Story