राजसमन्द (राव दिलीप सिंह) जिले में सदस्य सचिव, राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जयपुर तथा गिरीष कुमार शर्मा, अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, राजसमंद द्वारा प्रदत निर्देषानुसार आज जिला कारागृह, राजसमंद का निरीक्षण कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम हेतु किया गया साथ ही स्वामी विवेकानंद जी की जयंती पर राष्ट्ीय युवा दिवस के अवसर पर नरेन्द्र कुमार, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की अध्यक्षता में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया ।
राजसमंद जिले का गठन 10-04-1991 को हुआ था, परंतु नवीन जिला गठित होने के 28 वर्ष बाद भी उपखण्ड स्तर की जेल ही कार्यरत है। उक्त जेल की बंदी क्षमता मात्र 55 बंदियों की है जबकि वक्त निरीक्षण कारागृह में कारागृह में 87 बंदी निरूद्ध मिलें एवं कोविड-19 के संक्रमणकाल को मध्यनजर नवीन बंदियों को केन्द्रीय कारागृह उदयपुर भिजवाया जा रहा है। बंदियों के स्वास्थ्य परीक्षण हेतु डां. दीपक शर्मा एवं मेलनर्स मदन जाट को कारागृह में पदास्थापित किया गया है। बंदियो से वार्ता की गई, कारागृह मंे पीने के पानी का सुविधा होना बताया। बंदियों को दोपहर भोजन में बैंगन की सब्जी, चने की दाल, चपाती दी गयी। बंदियों से वार्ता करने पर बंदी श्री टीकाराम द्वारा बताया गया कि उसके कंधे में दर्द की समस्या होने के कारण आॅपरेशन की आवश्यकता है एवं धनराज ने बताया कि उसके कुल्हे के पास दर्द की समस्या है जिस पर कुमार द्वारा जेल प्रशासन को अविलंब ईलाज करवाने के निर्देश दियें। बंदी नाथुलाल का उसके अधिवक्ता नियुक्त होने के बारे में जानकारी दी गयी। एवं बंदी होशियार खंा द्वारा जाहिर की गयी समस्या पर कुमार द्वारा सबंधित न्यायालय से सपंर्क कर अवलिंब प्रोडेक्शन वारंट जारी करने हेतु सुचित किया एवं बंदी श्री रविशंकर के पैरवी हेतु अधिवक्ता नियुक्त नहीं होने पर तत्काल निःशुल्क विधिक सहायता आवेदन पत्र भरवाने की कार्यवाही करवायी। कारागृह भोजन व्यवस्था समुचित पाई गई।
साथ ही कुमार ने बंदियो को विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन कर बताया कि स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर प्रतिवर्ष 12 जनवरी को राष्ट्ीय युवा दिवस मनाया जाता है। किसी भी देश का युवा उस देश के विकास का सशक्त आधार होता है, लेकिन जब यही युवा अपने सामाजिक और राजनैतिक जिम्मेदारियों को भूलकर विलासिता के कार्यों में अपना समय नष्ट करता है तब देश बर्बादी की ओर अग्रसर होने लगता है। हमारे देश में 35 वर्ष की आयु तक के 65 करोड युवा है अर्थात् हमारे देश में अथाह श्रमशक्ति है। देश की युवा शक्ति को उचित मार्ग दर्शन देकर उन्हें देश की उन्नति में भागीदार बनाने की, उनमें अच्छे संस्कार, उचित शिक्षा एवं प्रोद्यौगिक विशेषज्ञ बनाने की, उन्हें बुरी आदतों जैसे नशा, हिंसा इत्यादि से बचाने की आवश्यकता है क्योंकि चरित्र निर्माण देश व समाज की उन्नति के लिए परम आवश्यक है। हमारी युवा पीढ़ी को स्वामी विवेकानंद की जीवन चरित्र से प्रेरणा लेनी चाहिए एवं युवा बंदियों को प्रेरिता किया कि युवावस्था को अपराध की डगर पर नष्ट नहीं करे अपितु देश की सेवा में लगायें।
श्री नरेन्द्र कुमार, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने कोराने संक्रमण से बचाव हेतु समय- समय पर साबुन से हाथ धोने, मास्क का प्रयोग करने आदि उपाय की जानकारी दी।